'बाला' में बालों की इस बीमारी से परेशान दिखेंगे आयुष्मान खुराना, जानें इसके बारे में सबकुछ

'बाला' में बालों  की इस बीमारी से परेशान दिखेंगे आयुष्मान खुराना, जानें इसके बारे में सबकुछ

डॉ. दीपाली भारद्वाज

एलोपेसिया क्या है?

आयुष्मान खुराना की फिल्म 'बाला' में पहली बार पुरुषों में होने वाले गंजेपन और उससे होने वाली समस्याओं को बड़े पर्दे पर दिखाया जाएगा। इसके साथ ही इसी विषय को लेकर एक और फिल्म 'उजड़ा चमन' भी रिलीज के लिए तैयार है। दोनों फ‍िल्‍में एक दिन के अंतराल पर 7 और 8 नवंबर को दर्शकों के सामने होंगी। कौन सी फ‍िल्‍म कैसी है ये तो दर्शक जानें मगर दोनों फ‍िल्‍मों में एक बात कॉमन है और वो है हीरो का बाल गिरने की समस्‍या से पीड़ि‍त होना। वैसे तो हर रोज बालों का झड़ना आम बात है, लेकिन कभी-कभी कुछ मामलों में बालों का झड़ना बेहद गंभीर होता है जिसे एलोपेसिया कहा जाता है। एलोपेसिया एक ग्रीक शब्द है जिसका मतलब होता है बालों की कमी होना। एलोपेसिया क्यों होता है, इसके लक्षण और इलाज क्या हैं, इन सवालों के जवाब हम इस आलेख में देंगे।

लक्षण-

एलोपेसिया कई प्रकार का होता है जैसे- ऑटो इम्यूम और एरिटा (AERAETA) एलोपेसिया।

- ऑटो इम्युन की स्तिथि में बाल खुद ही झड़ना शुरू हो जाते हैं। इसमें ऑटो इम्युनिटी की कमी के कारण बाल झड़ने लगते हैं। 

- एलोपेसिया एरिटा की स्तिथि में सिर की त्वचा पर गोल-गोल पैचेस पड़ने लगते हैं और गोल-गोल चकत्ते जैसे बाल झड़ जाते हैं।

- एलोपेसिया मेल (MALE)  पैटर्न बाल्डनेस और फीमेल (FEMALE) पैटर्न बाल्डनेस। मेल पैटर्न बाल्डनेस कॉमन बीमारी है, इस बीमारी में बाल आगे से पीछे की तरफ झड़ते हैं। फीमेल पैटर्न बाल्डनेस में महिलाओं में आगे और डिंपल साइड से बाल झड़ने लगते हैं।

इलाज-

वैसे तो एलोपेसिया का सटीक इलाज नहीं मिला पाया है। इसी को लेकर लोग अक्सर परेशान रहते हैं कि क्या इसका पूरा  इलाज संभव है। बालों को फिर से उगाने के लिए डॉ. दीपाली भरद्वाज ने इस प्रकार के इलाज करवाने की सलाह दी।

- एलोपेसिया मेल (MALE) पैटर्न बाल्डनेस के केस में फिर से बाल पाने के लिए हेयर ट्रांसप्लांट करवा सकते हैं, लेकिन याद रहे कि हेयर ट्रांसप्लांट किसी बालों के विशेषज्ञ से ही करवाएं और ट्रांसप्लांट के बाद बालों का पूरा ख्याल रखें। क्योंकि अगर हेयर ट्रांसप्लांट ठीक से न हो और बालों का ध्यान न रखा जाए तो हेयर ट्रांसप्लांट सफल नहीं होगा।

- एलोपेसिया फीमेल (FEMALE) पैटर्न बाल्डनेस का भी इलाज होता है, जिसे पीआरपी (PRP) कहा जाता है। इसमें मरीज के खून का इस्तेमाल किया जाता है खून को लैब में ले जाया जाता है जिसकी जांच कर उसमे से प्लेटलेट निकाले जाते हैं और उन्हें सक्रिय किया जाता है। इसके बाद सक्रिय प्लेटलेट का सिर  इंजेक्शन लगाया जाता है। ये इलाज एलोपेसिया एरिटा और एलोपेसिया फीमेल (FEMALE) पैटर्न बाल्डनेस दोनों में कारगर असर दिखता है।

इसके आलावा एक और बीमारी होती है जो स्कारिंग एलोपेसिया यानी शरीर के अंदुरुनी बीमारी से जुड़ा होता है। जिसे साइक्ट्रेसियल एलोपेसिया (cicatricial Alopecia) भी कहते हैं। इसमें इलाज जल्दी सफल नहीं होता है। इसमें हेयर ट्रांसप्लांट और पीआरपी भी सफल नहीं होते हैं।

स्वस्थ बालों के लिए इन आहारों का सेवन करें-

अगर रोज के खाने में प्रोटीन युक्त आहारों को शामिल किया जाए तो बालों की बीमारी से बचा जा सकता है। खाने में अंडा, सोया, मशरूम, ब्रोकली और हाई डाइट प्रोटीन जैसे हरी सब्जियां और नॉन वेज को शामिल कर सकते हैं। बायोटीन यानी विटमिन H जो बालों की जड़ों को बनाता है, इसके आलावा प्रोटीन मैग्नीशियम जो बालों को मजबूती देते हैं से समृद्ध चीजें भी इस्‍तेमाल करें। स्वस्थ बालों के लिए नियमित व्यायाम करें, कम स्मोकिंग और शराब का सेवन करें।

(डॉक्‍टर दीपाली भारद्वाज दिल्‍ली की जानी-मानी कॉस्‍मेटोलॉजिस्‍ट हैं और राष्‍ट्रपति भवन की प्रेसिडेंट इस्‍टेट क्लिनिक की मानद डर्मेटोलॉजिस्‍ट हैं। दिल्‍ली के डिफेंस कॉलोनी इलाके में डी-305 में उनका क्लिनिक है। उनका ई मेल पता है: skincare306.col@gmail.com)

 

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